tag:blogger.com,1999:blog-2794563625436306891.post-53214331535146651172010-11-24T06:44:00.000-08:002010-11-24T06:57:24.417-08:00असीम दया के निधि प्रभु...
संत शिरोमणि श्री 108 श्री विद्यासागर महारज जी
कुछ दिनों पहले सागर (म.प्र.) में चल रहे जैन समाज के एक भव्य किंतु सादगी भरे अध्यात्मिक आयोजन “पंचकल्याणक” में संत शिरोमणि श्री 108 विद्यासागर महाराज के प्रवचन सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. कर्मफल की व्याख्या करते हुये आपने कहा कि किये गये एक सत्कर्म के लिये सौ गुना पुण्य प्राप्त होता है.
अभी चन्द दिनों पहले रीवा (म.प्र.) में ही, अवतार मेहेरकृषि समाधानhttps://www.blogger.com/profile/06900944481982123884noreply@blogger.com9Rewa, Madhya Pradesh, India24.55930202354552 81.3468933105468824.52026902354552 81.28852831054688 24.59833502354552 81.40525831054687